Supreme Court: ‘जीवन और निजी आजादी के अधिकार के हनन पर सख्ती से निपटने की जरूरत’, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

Supreme Court: ‘जीवन और निजी आजादी के अधिकार के हनन पर सख्ती से निपटने की जरूरत’, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 20, 21 और 22 के तहत मिले जीवन व व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार सबसे पवित्र मौलिक अधिकार हैं। शीर्ष कोर्ट ने अभियुक्त को अपनी गिरफ्तारी का आधार जानने को मौलिक और वैधानिक अधिकार करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 20, 21 और 22 के तहत मिले जीवन व व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार सबसे पवित्र मौलिक अधिकार हैं। शीर्ष कोर्ट ने अभियुक्त को अपनी गिरफ्तारी का आधार जानने को मौलिक और वैधानिक अधिकार करार दिया।
